प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि देश की कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह संभव नहीं हगा कि लॉकाडाउन 14 अप्रैल को खत्म किया जाए। प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये देश के विपक्षी नेताओं के साथ मीटिंग की। इसमें देश में कोरोना वायरस के बढ़ते केसों के मद्देनजर इस महामारी से बचाव के उपायों और लॉकडाउन (Lockdown) के मुद्दे पर चर्चा हुई। पीएम ने कहा कि वे राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात कर इस मसले पर अंतिम निर्णय लेंगे लेकिन यह यह संभावना नहीं है कि लॉकडाउन अभी जल्दी खत्म होगा। पीएम ने कहा कि कोविड -19 के बाद के बाद जिंदगी एक समान नहीं रहेगी। कोरोना के बाद भी सावधानी बरतने की जरूरत होगी. इसके तहत कई व्यवहारगत, सामाजिक और व्यक्तिगत बदलाव करनें होंगे।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जो नेता शामिल हुए, उसमें कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद, तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंधोपाध्याय, शिवसेना के संजय राउल, समाजवादी पार्टी के राममोपाल यादव, बीएसपी नेता सतीश चंद्र मिश्रा, लोक जनशक्ति पार्टी के चिराग पासवान, एनसीपी नेता शरद पवार और डीएमके नेता टीआर बालू शामिल थे, इसमें लोक जनशक्ति पार्टी एनडीए का हिस्सा है देश में कोरोना से बचाव के लिए इस समय 14 अप्रैल तक का लॉकडाउन जारी है। ऐसे समय जब देश में कोरोना के केसों की संख्या में इजाफा हुआ है, लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने पर विचार हो रहा है। यूपी, तेलंगाना जैसे कुछ राज्यों में भी लॉकडाउन को बढ़ाने का अनुरोध किया है।