जिले में फिलहाल कोरोना से 21 लोग पीडित हैं। सभी को होम आईसोलेशन में रखा गया है। वहीं मंकी पॉक्स का जिले में अब तक कोई भी मामला सामने नहीं आया है। बावजूद इसके गुमला में सदर अस्पताल प्रशासन ने आशंकित खतरो के मदेजर आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी है। जिले के अस्पताल भी तैयार हैं,बेड,दवाइयां इत्यादि पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
आइसीयू भी उपलब्ध है। बुखार व अन्य जरूरी दवाइयां अस्पताल में उपलब्ध है,लेकिन स्वास्थयकर्मियों की भारी कमी है।जिले में डॉक्टर के 143 पद स्वीकृत हैं,उसके मुकाबले 55 केवल कार्यरत हैं। जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल में डॉक्टर के 32 पद स्वीकृत हैं,उसके मुकाबले केवल 8 कार्यरत हैं। स्वास्थ्य कर्मियों की कमी के कारण मरीजों को भी काफी इंतजार करना पड़ता है। सदर अस्पताल में कोरोना जांच की स्थिति अच्छी है। रैपिड एंटीजन जांच का रिपोर्ट तत्काल मिल रहा है। आरटीपीसीआर की रिपोर्ट के लिए दो दिन लगता है। जिले में जो पीसीए ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए हैं,चालू हालत में बसिया में नया प्लांट का निर्माण चल रहा है,जो बहुत जल्द शुरू हो जाएगा। अस्पताल को 10 वेंटिलेटर और 123 ऑक्सीजन की सुविधा युक्त बेड उपलब्ध कराए गए थे,उनकी स्थिति अच्छी है। वेंटिलेटर ऑपरेट करने के लिए तकनीशियन बहाल नहीं हुए हैं। ऑपरेट करने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों को ट्रेंड किया गया है। जिससे वे ऑपरेट कर रहे हैं।संसाधन की कमी नही हैं,
सिर्फ मैन पावर कम है:सीएस
गुमला। सदर अस्पताल के सीएस डॉ. राजु कच्छप ने बताया कि अस्पताल प्रशासन ने कोरोना के बढते मामले और राज्य में मंकी पॉक्स के संदिग्ध मरीज मिलने को लेकर अलर्ट मोड़ में हैं।आशंकित खतरो से निबटने के लिए अस्पताल में आवश्यक तैयारियां की गई। और डॉक्टरों को भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिये हैं। अस्पताल में संसाधन की कमी नही हैं। सिर्फ मैन पावर कम है।
भरनो में पांच बेड रखें गये हैं रिजर्व:
भरनो। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भरनो में कभी कभार कोरोना मरीजों की पुष्टि हो रही है। अभी तक मंकी पॉक्स के मामले सामने नही आये है। इस बाबत चिकित्सा प्रभारी डॉ ए टोपनो ने बताया कि अगर किसी को मंकी पॉक्स की पुष्टि हो जाती है तो उसके लिये पांच बेड अलग से रिजर्व रखे गए हैं। यहां वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की पूरी सुविधा है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी में मरीजों को बुखार खांसी भी हो सकती है।इसके लिये हॉस्पिटल में सभी दवा उपलब्ध है। स्वास्थ्य केंद्र के बीपीएम ने बताया कि कोरोना की जांच भी स्वास्थ्य केंद्र में प्रति दिन किया जा रहा है। जिसका रिपोर्ट भी 10 मिनट के अंदर दे दिया जाता है। स्वास्थ्य केंद्र में दवा का स्टॉक से लेकर कई बीमारियों के लिए बेहतर इंतजाम है।
+ There are no comments
Add yours