झारखंड में अब तक कोरोना संक्रमण के 68 केस मिल चुके हैं। इनमें 53 एक्टिव केस हैं जिनका राज्य के अलग-अलग अस्पतालों के कोविड-19 सेंटर में इलाज चल रहा है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है-लॉकडाउन बढ़ाने पर झारखंड केंद्र के फैसले के साथ रहेगा। लॉकडाउन फेज-2 के 12वें दिन रविवार को राज्य के अलग-अलग जिलों में मिलजुली तस्वीरें देखने को मिली। हालांकि अधिकतर जगहों पर बारिश की वजह से सड़कें और बाजार खाली रही।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि तीन मई के बाद धीरे-धीरे कुछ और चीजें खुलेंगी। बाहर फंसे छात्र, मजदूर और मरीज भी झारखंड आने लगेंगे। उन्हें क्वारैंटाइन में रखना, मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराना और उनका स्वास्थ्य जांच बड़ी चुनौती होगी। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन तीन मई से आगे बढ़ाने के मुद्दे पर प्रधानमंत्री सोमवार को मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करेंगे। वह केंद्र सरकार के फैसले के साथ जाएंगे। लेकिन प्रधानमंत्री के सामने ये समस्याएं भी रखेंगे।
आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव डॉक्टर अमिताभ कौशल ने कहा कि दुकानें खोलने पर एक-दो दिन में फैसला लिया जाएगा। फिलहाल केंद्र के दिशा-निर्देशों का अध्ययन किया जा रहा है। इसे लेकर शनिवार को बैठक हुई, पर फैसला नहीं हो पाया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से केंद्रीय कैबिनेट सचिव से भी विमर्श हुआ। अब रविवार को फिर बैठक हो सकती है, जिसमें फैसला संभव है। कोविड-19 संक्रमण को लेकर लागू लॉकडाउन के मद्देनजर खाद्य सामग्री खरीदने के लिए अगर घर से निकलना है तो जिला प्रशासन आपको एम-पास देगा। इसके लिए झारखंड सरकार के राज्य एनआईसी मुख्यालय द्वारा विकसित झारखंड बाजार एप डाउनलोड कर उसमें रजिस्ट्रेशन कराना होगा।