झारखंड में जमुआ में नवजात का शव मिलने से सनसनी फैल गई। शनिवार को जमुआ थाना अंतर्गत जमुआ-देवघर पथ पर बने रेलवे ब्रिज के नीचे एक नवजात का शव पड़ा मिला। नवजात का शव एक कपड़े से लपेटा हुआ था, लेकिन उसके पैर कपड़े से बाहर रहने के कारण लोगों की नजर उस पर पड़ी। लोगों ने बताया कि ऐसा लगता है जैसे किसी ने अपने पाप की निशानी को यहां फेक दिया है।
बताया जाता है इस राह से गुजरने वाले कुछ युवक यहां शौच करने के लिए रुके तो उसी क्रम में शव पर निगाह पड़ी। युवकों ने अन्य लोगों को सूचना दी। सूचना पाकर हमारी कोशिश टीम के संजीत यादव (प्रमुख प्रतिनिधि), महसर इमाम(कांग्रेस अध्यक्ष), सचिदानंद सिंह(20सूत्री सदस्य), समाजसेवी अजित कुमार, यूसुफ खान, सुभाष यादव समेत कई अन्य लोग उपस्थित हुए। सूचना पाकर जमुआ थाना की टीम भी घटना स्थल पर पहुंची और शव को नाले से उठाकर पास में हीं गड्ढा खोदकर दफन कर दी है। इस घटना को लेकर क्षेत्र में तरह तरह की चर्चाएं हो रही है। शव नवजात बालक का था और शव की नाभी में हॉस्पिटल का टैग लगा हुआ था।
उधर एक अन्य मामले में धनवार थाना क्षेत्र के गलवाती पंचायत के माघो खुर्द गांव में शनिवार को संदेहास्पद स्थिति में विवाहिता की मौत हो गई। विवाहिता 25 वर्षीय रजिया खातून उर्फ बेबी पति मो.असलम है। संदेहास्पद स्थिति में मिले शव के गले पर काला निशान मिला है। हालांकि मायकेवाले मिर्गी बीमारी को मौत का कारण बता रहे है।
शनिवार को सूचना मिलने पर धनवार पुलिस ने शव को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह भेज दिया है। हालांकि परिजन पोस्टमार्टम नहीं कराना चाह रहे थे। पुलिस पदाधिकारियों तथा जनप्रतिनिधियों के द्वारा समझाए-बुझाए जाने के बाद विवाहिता के शव को उठाने दिया गया। मृतका के चाचा गलवाति निवासी इरसाद अहमद ने बताया कि उनकी भतीजी रजिया उर्फ बेबी को मिर्गी की बीमारी थी।दवा भी चल रही थी। दौरा के कारण वह गिर गयी और उसकी मृत्यु हो गई। पुलिस लाश को पोस्टमार्टम में भेज जांच-पड़ताल कर रही है। थाना प्रभारी पीकू प्रसाद ने कहा कि आवेदन मिलने पर उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।