अपनी 40वीं फिल्म को चिह्नित करने के लिए कन्नड़ स्टार प्रज्वल देवराज की आगामी परियोजना पीडी40 ने एक बड़ा पोस्टर जारी किया है,जो भव्य दिखता है. पोस्टर का शीर्षक पीडी40 है, इसमें एक बैल को कीचड़ में रौंदते हुए दिखाया गया है, जिसके ऊपर कुछ खून के छींटे आ रहे हैं. सिक्सर अभिनेता ने अपने इंस्टाग्राम पर पोस्टर साझा किया और लिखा, जब सपने टूटते हैं, तो प्रकृति लचीलेपन के रहस्य फुसफुसाती है.
पूरे कंतारा अंदाज में प्रज्वल बैल के ठीक सामने खड़े दिखाई देते है. इस दौरान वह एक साधारण शर्ट और धोती पहने हुए हैं. जानवर के नीचे से कुछ रोशनी चमकने के साथ, उनका किरदार बैल पर अपनी उंगली रख रहा है.बिल्कुल वास्तविक दिखने वाले बैल को देखकर ऐसा लगता है, जैसे यह या तो कंबाला नामक वार्षिक बैल दौड़ का हिस्सा है, या जल्लीकट्टू नामक खेल का हिस्सा है.
इस समय कहानी का विवरण उपलब्ध नहीं है, हालांकि अगर पोस्टर के आधार पर देखा जाए तो निर्देशक ऋषभ शेट्टी की कंतारा की तरह यह भी शायद कर्नाटक के ग्रामीण तटीय इलाके में हो रहा है, जहां यह लोकगीत, नाटक और नाटकीयता को जोड़ता है. फिल्म का निर्देशन और निर्माण अंबी निंग वायसायथो फिल्म निर्माता गुरुदत्त गनिगा द्वारा किया गया है. इसे अभिनेता द्वारा पहले किए गए कामों से बहुत अलग माना जा रहा है. प्रज्वल को पिछली बार कन्नड़ फिल्मों वीरम और तत्सम तद्भव में देखा गया था. वह वर्तमान में माफिया और गण फिल्मों में नजर आ रहे हैंं. वहीं पीडी40 के लिए आधिकारिक शीर्षक की घोषणा जल्द ही की जाएगी.