झारखंड : हजारीबाग के चौपारण का जंगली इलाका अवैध करोबार के लिए अड्डा बन गया है। वन क्षेत्र से मादक पदार्थों, शराब, लकडी, पत्थर, बालू, मोरम आदि बड़े पैमाने पर तस्करी की जा रही है। वन विभाग की लगातार कार्रवाई भी इसे रोक नहीं पाया है।
बीते चौबीस घंटे के भीतर वन विभाग ने दो बड़ी कार्रवाई की है। इससे लकड़ी व अफीम तस्करों में खलबली मची हुई है। पहली कार्रवाई बुधवार देर शाम की गई।
वनपाल राहुल कुमार ने बताया कि वन प्रमंडल पदाधिकारी को गुप्त सूचना मिल थी कि भगहर के विभिन्न जंगलों से अवैध रूप से तस्करी करने के मकसद से पपरोट प्रजाति का जंगली पेड़ों को काटकर पीस बनाकर बाहर के राज्यों में महंगे दामो में बेचा जाता है। सुगंधित होने के कारण इसे चंदन का रुप देकर बेहद महंगे दामों में बेचा जाता था।
वहीं दूसरी बड़ी कार्रवाई गुरुवार को प्रखंड के बिगहा के जंगल में अफीम तस्करों के खिलाफ की गई। वन विभाग की टीम ने एक एकड़ जंगली जमीन पर लगे अफीम की खेती को नष्ट किया।
जानकरी अनुसर बाते चले कि प्रखण्ड के कई ऐसे जंगली क्षेत्र हैं जहां पर गुप्त रूप से तस्कर स्थानीय लोगों को लोभ लालच देकर खेती करवा रहे हैं। जहां दूसरे गांवों के लोगों को आने जाने पर भी रोक की सूचना है।