बिहार सरकार ने विरोध-प्रदर्शन के बीच सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के लिए आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम मंगलवार को बीच में ही रोक दिया. इस प्रशिक्षण को लेकर यह दावा किया जा रहा था कि इससे शिक्षक दुर्गा पूजा की छुट्टियों से वंचित रह जाएंगे. राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के अनुसार, आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सोमवार को शुरू हुआ और यह 21 अक्टूबर तक जारी रहता.
मंगलवार को जारी एक अधिसूचना में कहा गया है, “एससीईआरटी ने शिक्षकों के लिए 16 अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक निर्धारित आवासीय प्रशिक्षण को कुछ अपरिहार्य कारणों से निलंबित करने का फैसला किया है. प्रशिक्षण के लिए नए कार्यक्रम की घोषणा बाद में की जाएगी.”अधिकारियों ने बताया कि राज्य के कुछ जिलों में दुर्गा पूजा की छुट्टियां मंगलवार से शुरू हो गईं, जबकि अन्य जिलों में यह 19 अक्टूबर से शुरू होंगी. प्रशिक्षण कार्यक्रम को निलंबित करने के फैसले की सराहना करते हुए, टीईटी प्राथमिक शिक्षक संघ के संयोजक राजू सिंह ने कहा, “शिक्षक, शिक्षा विभाग की इस घोषणा से खुश हैं. हम चाहते हैं कि मुख्यमंत्री बड़ी संख्या में वर्षों से काम कर रहे संविदा शिक्षकों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दें.’ बीजेपी इस मुद्दे को लेकर नीतीश सरकार पर हमलावर है.
पिछले हफ्ते केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इस मुद्दे पर राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर से मुलाकात की थी. बैठक के बाद उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान आरोप लगाया था, “शिक्षा विभाग के एससीईआरटी द्वारा दुर्गा पूजा के दौरान शिक्षकों का आवासीय प्रशिक्षण आयोजित करने का निर्णय हिंदू शिक्षकों की धार्मिक भावनाओं के खिलाफ है.”