सवाल: 25 बरस की हूं। जब भी पार्टनर के संग सेक्स करती हूं तो क्लाइमैक्स पर नहीं पहुंच पाती, लेकिन मैस्टरबेशन करती हूं तो पहुंच जाती हूं। इसलिए सेक्स के बाद मुझे पार्टनर को झूठ बोलना पड़ता है कि मैं क्लाइमैक्स पर पहुंच गई। क्या मेरी परेशानी दूर हो सकती है?
जवाब: कई बार हकीकत से ज्यादा, हकीकत की कल्पना अच्छी लगती है। सेक्स और मैस्टरबेशन में भी यही है। सेक्स जहां हकीकत है, वहीं मैस्टरबेशन हकीकत की कल्पना। सच तो यह है कि एक सुखद और आनंदमय सेक्स कई बातों पर निर्भर करता है। इनमें सबसे पहले सेक्स की इच्छा की बारी आती है। अगर किसी वजह से महिला की सेक्स की इच्छा न हो, लेकिन पार्टनर को खुश करने के लिए बिना इच्छा के भी वह सेक्स के लिए तैयार हो जाए तो यह मुमकिन है कि वह क्लाइमैक्स तक न पहुंचे क्योंकि कामेच्छा न होने से फोरप्ले में दिलचस्पी भी उस महिला की कम ही होगी। जब फोरप्ले कम होगा तो गीलापन भी कम आएगा और फिर क्लाइमैक्स की संभावना कम हो जाएगी।
पार्टनर की दिलचस्पी बढ़ जाएगी
यहां इस बात को समझना भी जरूरी है कि कई बार महिलाओं की इच्छा न होने पर पुरुष पार्टनर की जिम्मेदारी है कि वह महिला को इसके लिए प्यार से तैयार करे। उसकी पसंद-नापसंद के बारे में पूछे। इसके बाद फोरप्ले में महिला पार्टनर की दिलचस्पी बढ़ जाएगी। फिर सही गीलापन भी आ जाएगा। इससे क्लाइमैक्स की संभावना भी बढ़ जाती है।