बिहार के लोहरदगा में स्वास्थ्य विभाग के नाक के नीचे आयुष्मान के नाम पर लूट मची हुई है. निजी अस्पताल आयुष्मान के नाम पर मरीज को भर्ती कर अपना पॉकेट गर्म कर रहे हैं. आयुष्मान से राशि निकालने के बाद लाखों रुपए मरीजों से वसूल रहे हैं. मामला सामने आने पर निजी अस्पताल के संचालक मरीज और उनके परिजनों को धमकाने में लग गए हैं.मामला कुडू थाना क्षेत्र के चिड़ी गांव का है. जहां एक युवक की बाइक दुर्घटनाग्रस्त होने से पांव की हड्डियां टूट गई. इलाज के लिए शहर के जनता हॉस्पिटल में गए युवक को आयुष्मान कार्ड से इलाज करने का आश्वासन दिया गया. भर्ती किए गए मरीज की टूटे बाएं पैर की हड्डियों का ऑपरेशन बिना सीआरएम मशीन के दूसरे डॉक्टर से करवा दिया गया.
आयुष्मान में हड्डी के ऑपरेशन की इजाजत इसी शर्त पर दी जाती है कि हॉस्पिटल में सही सलामत सीआरएस मशीन हो. लेकिन संबंधित हॉस्पिटल में सीआरएम मशीन वर्षो से खराब पड़ी हुई है. आयुष्मान के नाम पर फर्जी तरीके से इलाज करने के साथ-साथ मरीज से करीब तीन लाख 20 हजार रुपए वसूल लिए गए. पैर की हड्डियां ठीक हो जाए इस उम्मीद से मरीज ने अपनी जमीन तक बेचकर जनता हॉस्पिटल को पैसे लाकर दिए.
वहीं तीन कक्षा पास युवक के द्वारा इस निजी जनता अस्पताल में ड्रेसिंग का काम किया जाता था. लाखों रुपए नगद और आयुष्मान के माध्यम से राशि निकालने के बाद भी युवक का इलाज सफल नहीं हो सका. अब युवक न्याय की गुहार लगा रहा है. क्योंकि सारी जमा पूंजी अब इसकी खत्म हो चुकी है, लेकिन पांव की स्थिति पहले से ज्यादा खराब हो गई. अब ये रांची के डॉक्टर से इलाज कराने को मजबूर है, लेकिन लोहरदगा में इलाज के नाम पर लूट की यह पहली खबर नहीं है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग मामले में कान में तेल डालकर सोया हुआ नजर आ रहा है. वहीं पूरे मामले पर सदर अस्पताल उपाधीक्षक एसएन चौधरी ने कहा कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी.