धनबाद, मनईटांड़ सिंघाड़ा तालाब के पास रहने वाली निशा कुमारी (24 वर्ष) का लहूलुहान शव सोमवार की सुबह बैंक मोड़ श्रीराम प्लाजा में स्थित टाटा एआईए म्यूचुअल फंड के दफ्तर में मिला। पिछले माह सात दिसंबर को उसकी शादी आरा के एक लड़के से हुई थी। शादी तय होने से पूर्व तक निशा इसी दफ्तर में काम करती थी। निशा की हत्या के पीछे कंपनी के ब्रांच मैनेजर सरायढेला हाईलैंड जमुना अपार्टमेंट निवासी नीरज आनंद शक के घेरे में है। पुलिस को शक है कि नीरज ने ही शादीशुदा निशा को दफ्तर बुला कर उसके पीठ में खंजर घोंप दिया।
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि नीरज और निशा के बीच मधुर व नजदीकी संबंध थे। श्रीराम प्लाजा व आसपास के भवन में लगे सीसीटीवी कैमरों से नीरज आनंद की भूमिका संदिग्ध प्रतीत हो रही है। साथ ही निशा के पिता दीपक भगत ने भी सीधे तौर पर नीरज को हत्या के लिए जिम्मेवार ठहराया है। पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर सरगर्मी से नीरज की तलाश कर रही है। उसका मोबाइल स्वीच ऑफ बताया जा रहा है। बैंक मोड़ पुलिस सरायढेला पुलिस की मदद से नीरज की तलाश के लिए उसके घर भी पहुंची, लेकिन वह घर पर नहीं मिला।
खंजर से फेफड़ा जख्मी होने के कारण हुई मौत
पोस्टमार्टम में मौत की वजह पीठ पर नुकीले चीज से प्रहार और वार से फेफड़ा जख्मी होना बताया जा रहा है। निशा का सिर कुर्सी पर और उसका पूरा शरीर जमीन पर पड़ा था। उसके शरीर के हिस्सों पर चोट के निशान मिले हैं। उसके साथ जोर-जबर्दस्ती की जांच के लिए कई डीएनए सैंपल लिए गए हैं।
पिता के साथ खरीदारी करने निकली थी निशा
पिता दीपक भगत ने बताया कि उन्होंने खुद बाइक से 21 जनवरी की दोपहर पुत्री को बैंक मोड़ जेपी चौक छोड़ा था। गांधी नगर में निशा की एक करीबी की शादी होने वाली थी। उसी शादी के लिए खरीदारी की बात कह कर मृतक बैंक मोड़ पहुंची थी। पिता ने बताया कि दो साल से पुत्री एआईजी में कार्यरत थी। शादी तय होने के बाद उसने काम छोड़ दिया, इसी बात से मैनेजर नाराज था। पुत्री ऑफिस कैसे पहुंची यह जांच का विषय है।