मानगो आजादनगर रोड नंबर 14 में ग्रिल में लटकाए दुपट्टे से छह वर्षीय बालक मो. उमर की मौत हो गई। परिजन उसे टीएमएच ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। उमर स्थानीय रोड नम्बर 15 स्थित सनराइज स्कूल की कक्षा दूसरी का छात्र था। वह चार भाई-बहनों में तीसरा था। उसके पिता का नाम मो. जमाल है, जिनकी टेलरिंग शॉप है, मां गृहिणी है।
परिजनों के अनुसार, सोमवार शाम उमर बाहर से खेलकर घर आया। उस वक्त उसकी मां रोटी बना रही थी। घर के ग्रिल में दुपट्टे को सूखने के लिए लटका दिया था। मां जब रोटी बनाकर बाहर की तरफ निकली तो देखा कि उसका बेटा दुपट्टे के फंदे से लटका हुआ है। दौड़कर उसने फंदे को खोला तो दुपट्टे में गांठ बन गई थी। अनुमान लगाया जा रहा है कि गले में लपेट लेने से बच्चे के शिकंजा कस गया और उसकी मौत हो गई। घटना के बाद परिवार के लोग उमर को लेकर टीएमएच पहुंचे थे, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया।
किसी को समझ ही नहीं आ रहा था कि घटना किस तरह घटी। इधर, परिजनों के यह लिखकर देने पर कि बच्चे की मौत पर उन्हें किसी पर न तो कोई शक है और न ही आरोप है, बिना पोस्टमार्टम के ही शव सौंप दिया गया। नमाज के बाद बच्चे को जाकिरनगर कब्रिस्तान में दफना दिया गया। चिकित्सकों का कहना है कि ग्रिल से लटक रहे दुपट्टे से ही खेलने के दौरान ही गले में फंदा बंधा होगा और उसके बाद वह उसी फंदे से लगातार घूमता चला गया और उसकी मौत हो गई।