देहरादून में बेटी को खोने के गम में डूबी पत्नी को संभालने की बजाय आरोपी फौजी ने घटना के दो दिन बाद शराब पीकर पत्नी को पीटा। इससे पत्नी का गुस्सा फूट पड़ा और पति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की हिम्मत जुटाई। पटेलनगर थाना पुलिस के मुताबिक, आरोपी आनंद सिंह ने 13 जनवरी की रात ढाई साल की बेटी की पिटाई की थी। तब पत्नी ने इसका विरोध किया। उस दौरान फौजी आनंद सिंह पत्नी के साथ रहा।
दोनों बेटी को इलाज के लिए एक के बाद तीन अस्पताल लेकर गए। लेकिन, तीसरे अस्पताल में बेटी ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। नीरा ढाई साल की बेटी नित्या को खोने के बाद गम में डूब गई। पति के कहने पर बेटी का पोस्टमार्टम तक नहीं कराया। बिना पोस्टमार्टम शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। एसएसपी अजय सिंह के अनुसार, परिजनों की अपील पर नित्या के शव का केवल पंचनामा भरा गया। तब बच्ची के गिरकर चोट लगने की बात कही गई।
ढाई साल की बेटी को पीटा
फौजी को शराब पीकर आने से पत्नी ने टोका तो दोनों में विवाद शुरू हो गया। इस बीच फौजी ने अपनी ढाई साल की बच्ची को बुरी तरह पीट दिया। इलाज के दौरान बच्ची की मौत हो गई। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि राजेश्वरी कॉलोनी बंजारावाला में रहने वाली नीरा मूल निवासी घेस-थराली, जिला चमोली ने तहरीर दी। बताया कि उसका पति आनंद सिंह सेना में नौकरी करता है। 10 जनवरी को रात में वह बाहर से शराब पीकर घर पहुंचा। इस दौरान दोनों के बीच कहासुनी हो गई।
आरोप है कि गुस्से में फौजी ने अपनी ढाई साल की बेटी नित्या को बुरी तरह से पीट दिया, जिससे वह बेहोश हो गई। बच्ची को इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान 13 जनवरी की रात बच्ची की मौत हो गई। एसएसआई पटेलनगर मनमोहन नेगी ने बताया कि फौजी 15 जनवरी की रात फिर शराब पीकर आया और पत्नी को पीटा। नीरा ने मायके वालों को बुलाया तो वह फरार हो गया। महिला की तहरीर पर बुधवार को पुलिस ने आनंद सिंह के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया है।