हिन्दू समाज के 500 वर्षों के तप के बाद आखिरकार वो शुभ घड़ी आ गई है, जब अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो चुका है. आज यानी सोमवार (22 जनवरी) को प्रभु श्रीरामलला अपने नव्य-भव्य और दिव्य महल में विराजने जा रहे हैं. नवनिर्मित मंदिर को फूलों से सजाया गया है. पीएम मोदी और सीएम योगी समेत संत समाज और अति विशिष्ट लोगों की उपस्थिति में रामलला के श्रीविग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का ऐतिहासिक अनुष्ठान संपन्न होने जा रहा है. ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा और एक बजे तक चलेगा.
प्राण-प्रतिष्ठा के लिए शुभ मुहुर्त महज 84 सेकेंड का है. यह समय दोपहर 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक होगा. इतने कम समय ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों से भगवान रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी. अयोध्या राम मंदिर के गर्भगृह में प्राण-प्रतिष्ठा की विधि, अभिजीत मुहूर्त में संपन्न की जाएगी. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक, रविवार (21 जनवरी) को रामलला की मूर्ति को विभिन्न तीर्थ स्थलों से लाए गए ‘औषधियुक्त’ और पवित्र जल से भरे 114 घड़ों से स्नान कराया गया.
अयोध्या में सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. चप्पे चप्पे पर सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है. इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सीएम योगी 21 जनवरी को ही अयोध्या पहुंच गए थे. प्राण-प्रतिष्ठा से पहले सीएम योगी ने ट्वीट कि अद्भुत, अविस्मरणीय, अलौकिक क्षण!आज आदरणीय प्रधानमंत्री पीएम मोदी जी की गरिमामयी उपस्थिति में आराध्य प्रभु श्री राम की पावन जन्मस्थली श्री अयोध्या धाम में प्रभु श्री रामलला के नूतन विग्रह के प्राण-प्रतिष्ठा का अनुष्ठान संपन्न होने जा रहा है. प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आज असंख्य रामभक्तों की प्रतीक्षा पूर्ण होने जा रही है. संपूर्ण देश आस्था और भक्ति के सागर में डूबकर ‘राममय’ हो गया है. जय श्री राम!
बता दें कि मुस्लिम आक्रांता बाबर के सुबेदार मीरबाकी ने राम मंदिर तोड़कर वहां पर बाबरी मस्जिद का निर्माण कराया था. तभी से विवाद का पैदा हुआ था. 1828 में पहली बार इस मामले में FIR हुई थी. 1885 में पहली बार मामला अदालत में गया था. 22 दिसंबर 1949 को विवादित ढांचे में रामलला की मूर्तियों का प्रकटीकरण हुआ था. 6 दिसंबर 1992 में कारसेवकों ने विवादित ढांचे को गिरा दिया था. 9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने रामलला के हक में फैसला सुनाया था. 5 अगस्त 2020 को पीएम मोदी ने राम मंदिर की आधारशिला रखी थी और आज 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होने जा रही है. कल यानी 23 जनवरी से मंदिर के कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे.